उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित सबसे ऊंची चोटी नैना पिक(चाइना पिक) पर लहराया तिरंगा।
कहते है कि जब हौसला बुलंद हो और खुद पर भरोसा हो तो बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
कुछ ऐसा ही राजनांदगांव जिले के *रोमेश कुमार साहू* पुत्र- संतोष साहू, और *उमेश साहू* पुत्र- रामदास साहू ग्राम चारभांठा (चिरचारी) निवासी ने पर्वतारोही के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है।
*दोनो ने उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना पिक(चाईना पिक) जिसकी ऊँचाई *8622* फ़ीट (2611)मीटर है। *उस पर तिरंगा फहराया है। यह पर्वत चोटी भौगोलिक रूप से मध्य हिमालय का हिस्सा है। इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के तत्वावधान में रोमेश साहू और उमेश साहू ने यह लक्ष्य हासिल किया है।*
रोमेश साहू ने नैना पिक और करकोटक दोनों चोटियों पर फतेह हासिल कर तिरंगा लहराया। जबकि उमेश साहू ने कुछ कारणवश नैना पिक सबमिट नही कर पाया।
*रोमेश साहू का कहना है कि अगर सामने भी उन्हें इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन की तरफ से कोई मार्गदर्शन प्राप्त होता है तो वे लगातार इसी तरह बड़ी से बड़ी चोटियों पर फतह पाकर माउंट एवरेस्ट तक का जाने का सोंच रखा है।*
इस पर्वत की चोटी जहाँ एक ओर हिम् से ढका हिमालय के पश्चिम में बन्दरपूँछ चोटी तक विहंगम दृश्य दिखाई देता है। वहीं दूसरी ओर नैनी ताल शहर की सुंदरता दिखाई पड़ती है। इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन ने इस कैम्प का आयोजन सात दिवसीय किया था। जिसमे छत्तीसगढ़ से 30 ट्रैकर्स प्रतिभागियों ने भाग लिया था। *राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक से वनांचल क्षेत्र के एक छोटे से गांव चारभांठा से भी दो युवकों ने भी भाग लिया था। जिन्होंने पर्वत की ऊंची चोटी पर चढ़ाई करके तिरंगा फहराया और जोरदार भारतमाता की जय , वंदे मातरम और छत्तीसगढ़ महतारी का जयकारे लगाकर राज्य और अपने जिले को गौरान्वित किया।
*खड़ी चढ़ाई ने दी थी चुनौती*
दोनो ने बताया कि जब चढ़ाई की शुरुआत की तो पीछे मुड़कर नही देखा। कई बार परिस्थितिया ऐसी बनी की किसी भी हिम्मत टूट जाए लेकिन हमने हिम्मत नही तोड़ी। रोमेश ने बताया कि करकोटक ट्रैक और नैना पिक सबमिट करने के लिए कई दिनों की मेहनत रही है।
इसके लिए विशेष प्रशिक्षण भी लिया ।इसके बाद लक्ष्य को हासिल किया। इस साहसिक कार्य के लिए इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के प्रसिडेंट ईफरहिम्म अहमद, स्टेट प्रेसिडेंट प्रमेश विजयवार , डिप्टी डायरेक्टर रोहित झा, सीनियर ट्रेनर अफसर ममता निषाद , कुमेश्वर गंधर्व ,आदि व छात्र युवा मंच और पूरे टीम ने बधाई दी।