शंकरपुर वार्ड के घर घर मे दस्तक देकर जगायेंगे रक्तदान का अलख
मीटिंग मे हुआ निर्णय,छात्र युवा मंच संगठन की स्थापना दिवस व 12 जुलाई 2009 में शहीद पुलिस अधीक्षक व 29 जवानों की याद में विशाल रक्तदान शिविर का होगा आयोजन

रक्तदान के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्यक्रम करने वाली संस्था छात्र युवा मंच का संचालन समिति की मीटिंग शहर के महावीर चौक मे स्थित महावीर मंदिर मे आयोजित की गयी जिसमे संगठन के संचालन समिति पदाधिकारी उपस्थित हुए, पदाधिकारीयों ने आपसी चर्चा विमर्श कर आगामी 12 जुलाई को शंकरपुर वार्ड मे संगठन के स्थापना दिवस व 12 जुलाई 2009 मे शहीद हुए जवानो की याद मे रक्तदान शिविर आयोजन करने की रुपरेखा बनाई गयी इस सेवा व पुण्य कार्य के लिए सर्वसम्मति से संगठन के प्रदेशध्यक्ष चंद्रभान जंघेल को कार्यक्रम प्रभारी व लोकेश बारापात्रे को सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौपी गयी, कार्यक्रम प्रभारी चंद्रभान जंघेल ने बताया की सी वाय एम परिवार विगत 12 वर्षों से रक्तदान को जन अभियान बनाने निरंतर कार्य कर रही है और प्रतिवर्ष 12 जुलाई को संगठन अपने स्थापना दिवस मना कर युवाओं मे राष्ट्र धर्म समाज के प्रति सेवा और समर्पण का भाव पैदा कर रही है साथ ही शहीद जवानों की याद में प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर आयोजित कर शहीदों की शहादत को नमन करती है इस वर्ष भी शंकरपुर वार्ड मैं विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन रखा गया है जिसकी संगठनात्मक सहमति व रूपरेखा संगठन के प्रदेश पदाधिकारीयों के दिशा निर्देश मे बनाई गयी, जिसमे 10 सदस्यीय टीम को घर घर जाकर लोगो को रक्तदान के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गयी है यह टीम 20 जून से प्रतिदिन शंकरपुर के सभी गलियों के घर घर जाकर युवाओं को रक्तदान करने की अपील करेंगे
थैलीसीमिया, सिकलीन मे जागरूकता व रक्तदान के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए करें कार्य -: दीपक देवांगन
छात्र युवा मंच के प्रदेश प्रमुख श्री दीपक देवांगन जी ने संगठन के समस्त पदाधिकारियों को दिशा निर्देशित करते हुए कहा है कि आज समाज में सिकलीन व थैलेसीमिया जैसे बीमारी गंभीर बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है जिसके रोकथाम व जागरूकता का भी प्रयास मंच परिवार को करना चाहिए साथ ही रक्तदान के प्रति फैली भ्रान्तियो को भी दूर करने कार्य करना चाहिए, अधिकांश लोगो को निजी ब्लड बैंक मे लगने वाले जाँच शुल्क की पूरी जानकारी के अभाव मे मन मे यह भ्रम बना लेते है की ब्लड बैंको मे ब्लड की बिक्री की जाती है जो की सरासर गलत है नाको के नियमानुसार पुरे भारतवर्ष मे ब्लड जाँच शुल्क के रूपये मे 1450 रूपये निर्धारित किया गया है डोनर के द्वारा दिए गए रक्त के जाँच के बाद ही मरीजों को ब्लड देने का नियम है इस जाँच मे सात गंभीर बीमारी व ब्लड बैग का शुल्क समाहित रहता है, रक्त प्राप्त करने के लिए किसी न किसी युवा को रक्तदान करना आवश्यक है इसी के आधार पर रक्त प्राप्त होता है, जिसके प्रति भी समाज मे जन जागरूकता का अभाव है